रेशनेलाइजेशन के बहाने एचकेआरएन अध्यापकों को हटाना गलत : विजेंद्र मोर
हरियाणा / कैथल, 3 अप्रैल।स्कूलों में एचकेआरएन के माध्यम से लगे अध्यापकों को रेशनेलाइजेशन का बहाना लेकर कार्यमुक्त किया जा रहा है जो कि इन अध्यापकों के रोजगार के साथ खिलवाड़ है । डेमोक्रेटिक स्कूल टीचर्स एसोसिएशन के चेयरमैन धर्मेंद्र ढांडा, राज्य प्रधान विजेंद्र मोर, राज्य महासचिव सुनील यादव व राज्य प्रेस सचिव बूटा सिंह ने आज यहां संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि अभी तक विभाग द्वारा न तो पदोन्नतियां की गई हैं और न ही कोई रेशनेलाइजेशन की लिस्ट जारी की गई है फिर भी स्कूलों से एचकेआरएन के तहत लगे अध्यापकों को हटाया जा रहा है जबकि अगर तथ्यों पर गौर किया जाए तो विभाग द्वारा अगर पदोन्नति समय रहते की जाएं तो जो पद खाली होंगे उन पर इन अध्यापकों की जरूरत रहेगी। अगर रेशनेलाइजेशन व्यवहारिक तरीके से की जाए तो पद समाप्त नहीं होंगे बल्कि बढ़ेंगे। अत: संगठन ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, प्रधान सचिव शिक्षा विभाग, महानिदेशक सैकंडरी शिक्षा व महानिदेशक मौलिक शिक्षा को पत्र भेज कर मांग की है कि इन अध्यापकों की जगह अगर कोई नियमित अध्यापक आता है तो भी इन अध्यापकों की एडजस्टमेंट के आदेश साथ ही साथ हों ताकि इन अध्यापकों का रोजगार सुरक्षित रह सके। अगर सरकार ऐसा नहीं करती तो यह स्कूल व स्कूली शिक्षा के साथ खिलवाड़ होगा व इन अध्यापकों के परिवार बुरी तरह प्रभावित होंगे और प्रदेश में बेरोजगारी को भी बढ़ावा मिलेगा।
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