एनएसयूआई ने विदेशों में भारतीय छात्रों के वीजा रद्द होने पर उठाए सवाल.
नई दिल्ली, 19 अप्रैल । नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने विदेशों में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों के वीजा रद्द होने और विश्वविद्यालयों द्वारा प्रवेश रद्द किए जाने की बढ़ती घटनाओं पर गहरी चिंता जताई है। इस संबंध में एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने भारत सरकार के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को पत्र लिखकर त्वरित और निर्णायक कार्रवाई की मांग की है अमेरिकन इमिग्रेशन लॉयर्स एसोसिएशन के आंकड़ों का हवाला देते हुए एनएसयूआई ने बताया कि हाल के महीनों में रद्द किए गए 327 छात्र वीजा मामलों में से 50 फीसदी से अधिक भारतीय छात्रों से संबंधित हैं। चिंता की बात यह है कि करीब 10,000 भारतीय छात्रों के प्रवेश को अमेरिका के 30 से अधिक विश्वविद्यालयों द्वारा रद्द कर दिया गया है, जबकि उन्हें पहले से औपचारिक ऑफर लेटर जारी किए जा चुके थे। वरुण चौधरी का कहना है कि यह केवल एक प्रशासनिक चूक नहीं है, बल्कि हजारों प्रतिभाशाली भारतीय छात्रों के साथ किया गया एक बड़ा अन्याय है। विदेशी धरती पर उनका अपमान मौजूदा सरकार के तहत भारत की वैश्विक छवि को ठेस पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय छात्र हमारे देश का भविष्य हैं और विश्वभर में हमारे ज्ञान और प्रतिभा के प्रतिनिधि हैं। सरकार को उदासीनता छोड़कर ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि छात्रों के अधिकारों की रक्षा हो सके।
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