वाहनों पर बने काले कानून को रद्द करो वर्ना होगा बड़ा आंदोलान : भाकियू

कैथल: भारतीय किसान मजदूर यूनियन कमेरा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष महावीर चहल ने सरकार को चेतावनी दी है कि 10 साल एवं 15 साल पुराने वाहनों के लिए जो नए नियम बनाए जा रहे हैं वे जनता के खिलाफ हैं, सरकार उनको वापस ले। उन्होंने कहा कि आम लोग अपने निजी वाहनों को आवश्यक जरूरत के समय ही चलाते हैं और वो 10 और 15 वर्ष में नाममात्र ही चल पाते हैं। ये नियम केवल व्यवसायिक वाहनों के लिए तो ठीक है परन्तु निजी वाहनों के लिए बिल्कुल भी लागू नहीं होने चाहिये। अगर सरकार ने यह काला कानून तुरंत वापिस नहीं लिया तो इसके विरुद्ध हम सडक़ों पर उतरकर आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।युवा प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र मागो माजरी ने कहा कि सभी लोग परिवार की सुविधा के लिए ही वाहन खरीदते हैं ताकि बसों एवं ट्रेनों की भीड़ से बचा जा सके। सभी इनकी मैनटेन्स का भी बहुत ज्यादा ध्यान रखते हैं। सरकार ने किसानों के ट्रैक्टरों पर भी यह काला कानून लागू किया है जबकि सबको पता है किसान का ट्रैक्टर 6 महीने में ही खेती के कार्य में प्रयोग किया जाता है। ये सब सरकार पूंजीपतियों को लाभ देने के लिए कर रही है। अत: वाहनों को कन्डम घोषित करना हमारे साथ अन्याय है। इस मौके पर जिला अध्यक्ष बलकार मलिक खुराना, कृष्ण मालखेड़ी, सुरेश चहल, बिक्का नरड़, जोगिंदर आदि किसान मौजूद रहे।

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