कैथल जिले में बाल भिक्षावृत्ति पर प्रहार की पहल, 12 बच्चों को किया रेस्क्य
कैथल, 17 जनवरी : शुक्रवार को कैथल जिले के पूंडरी शहर में बाल भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए जिला बाल संरक्षण कार्यालय की टीम के द्वारा बाल भिक्षावृत्ति में संलिप्त बच्चों को बचाने के लिए धड़ाधड़ छापामार कार्यवाही की गई। इस कार्रवाई के दौरान पूंडरी के विभिन्न स्थानों से बाल भिक्षावृत्ति में संलिप्त कुल 12 बच्चों को रेस्क्यू किया गया और उन्हें उचित पुनर्वास के लिए बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया।जिला बाल संरक्षण अधिकारी प्रदीप कुंडू ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे जिले में बाल भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए जिला बाल संरक्षण कार्यालय के द्वारा टीम का गठन किया गया है यह टीम पुलिस विभाग और जिले में कार्यरत गैर सरकारी संस्था एमडीडी ऑफ इंडिया के सहयोग से कैथल जिले के प्रत्येक शहर और बड़े गांव में बाल भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए लगातार छापा मार कार्यवाही करेगी और भिक्षावृत्ति में संलिप्त बच्चों को उचित पुनर्वास प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति या माता-पिता आदि बच्चों से बाल भिक्षावृत्ति करवाते हैं, करने के लिए उकसाते हैं या बाल भिक्षावृत्ति के लिए कारण बनते हैं और बाल भिक्षावृत्ति के लिए दोषी पाए जाते हैं तो ऐसे व्यक्तियों के लिए 5 साल की सजा व एक लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है।उन्होंने सभी जिला वासियों से अपील की कि अगर कोई बच्चा बाल भिक्षावृत्ति में संलिप्त मिलता है तो उसकी जानकारी तुरंत चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर दें। यह एक टोल फ्री नंबर है इस पर सूचना देने वाले की जानकारी गुप्त रखी जाती है। उन्होंने बताया कि कैथल जिले में अब यह कार्यवाई समय-समय पर निरंतर रूप से चलाई जाएगी। छापामारी और बचाव कार्यवाई के दौरान जिला बाल संरक्षण कार्यालय की बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम टीम के इंचार्ज राजवीर सिंह के साथ आउटरीच वर्कर सोनू कुमार, अमरजीत कुमार और गैर सरकारी संस्था एमडीडी के जिला संयोजक अशोक कुमार, रवि कुमार व पुलिस कर्मचारी मौजूद रहे। बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिए चलाए गए इस रेस्क्यू कार्यक्रम को सफल बनाने में गैर सरकारी संस्था एमडीडी ऑफ इंडिया व पुलिस विभाग का अहम योगदान रहा।
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